परिचय :

ये बात सच है कि रसोई घर अब सिर्फ खाना पकाने की जगह नहीं है, आज के समय में मॉड्यूलर स्मार्ट रसोई में बैफल / मेश फ़िल्टर रसोई की सफाई को आसान बनाती हैं ,और बेहतर लुक देती हैं। रसोई जो विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के  खुशबूओं का “महाकुंभ” है, जहाँ मसालों का ‘तड़का’ लगता है,” डीप-फ्राइंग ” होती है और घी की नदियाँ बहती हैं। लेकिन इस ‘महाकुंभ’ के बाद एक ही विलेन रह जाता है: “ज़िद्दी चिकनाई” (Grease)! जो तेल की परतों के रूप में  किचन की दीवारों, टाइलों और सबसे हानिकारक जो , हमारी किचन चिमनी के फिल्टर पर जम जाती हैं।

चिमनी के सक्शन पॉवर कमजोर होने के कारण क्या आप भी हर 12 -15 दिन में अपने फिल्टर को ‘सर्फ़ एक्सेल’ से रगड़-रगड़ कर थक चुके हैं ? चलिए आज हम समझते हैं कि हमारे भारतीय कुकिंग के हैवी-ड्यूटी (Heavy-Duty) काम के लिए बैफल / मेश फ़िल्टर इन दोनों फिल्टर्स की तुलना में कौन बेहतर हैं, और रसोई के लिए सबसे शानदार और टिकाऊ योद्धा कौन है!

1. बैफल फ़िल्टर क्या है? (What is a Baffle Filter?)

बैफल फ़िल्टर एक ऐसा फ़िल्टर होता है, जो हमारे रसोई से धुएं, तेल और ठोस कणों को अलग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

बैफल फ़िल्टर मुख्य रूप से किचन चिमनी और एयर कंप्रेसर सिस्टम में उपयोग होता है। बैफल फ़िल्टर में हवा को एक विशेष प्लेट के माध्यम से घुमाया जाता है जिससे तेल, पानी और धूल जैसे कण विशेष बल से अलग होकर नीचे की ओर गिर जाते हैं। जिससे हवा साफ होकर बाहर निकलती है और फ़िल्टर की सफाई आसान हो जाती है।

बैफल फ़िल्टर की मुख्य खासियतें :

आसान और कम रखरखाव : ऑटो-क्लीन फीचर के कारण आसान रख – रखाव होता है।

बेहतर तेल और धुएं की पकड़: अन्य फ़िल्टर के मुकाबले खासकर भारतीय खाना पकाने के लिए बेहतर साबित होता है ।

लंबी उम्र और टिकाऊपन: स्टेनलेस स्टील के कारण बहुत मजबूत और क्वालिटी से भरपूर  होता है।

2. मेश फ़िल्टर / कैसेट फ़िल्टर क्या है? (What is a Mesh/Cassette Filter?) 

मेश फ़िल्टर / कैसेट फ़िल्टर दोनों ही किचन चिमनी में उपयोग होने वाले फ़िल्टर हैं, जो धुएं और तेल को अच्छे से पकड़ने का काम करते हैं, लेकिन इसकी कार्य करने की क्षमता और कार्यप्रणाली अलग – अलग होती है।

मेश फ़िल्टर :

  • एक बारीक जाली नुमा होता है, जो एल्यूमिनियम या स्टेनलेस स्टील की हो सकती है
  • इसमें तेल और धुएं के कण जाली में फंस जाते हैं, जिससे हवा साफ और गंध फ्री होकर बाहर निकलती है।
  • अन्य फ़िल्टर की अपेक्षा इस फ़िल्टर में अधिक सफाई की जरूरत होती है, क्योंकि जाली जल्दी चोक हो जाती है। 
  • मेश फ़िल्टर हल्का और सस्ता विकल्प है, जिसके वजह से यह  भारतीय खाना पकाने में जल्दी गंदा हो जाता है।

कैसेट फ़िल्टर :

• यह भी मेश फ़िल्टर जैसा ही होता है लेकिन एक फ्रेम में फिट किया गया होता है, जिसे कैसेट कहा जाता है।

• इसमें मल्टी-लेयर जाली होती है, जो बेहतर फ़िल्ट्रेशन देती है। 

• अन्य फ़िल्टर की अपेक्षा साफ करना थोड़ा आसान होता है क्योंकि इसे निकालकर धोया जा सकता है।

• हल्का तेल इस्तेमाल करने वाले खाना पकाने के लिए उपयुक्त होता है।

3. भारतीय कुकिंग में चुनौती: क्यों सामान्य फ़िल्टर काम नहीं करते? (The Challenge of Indian Cooking: Why General Filters Fail)

भारतीय खाना पकाने में सामान्य फ़िल्टर इसलिए कुशलपूर्ण नहीं होते क्योंकि भारतीय पकवान में  तेल, मसाले का ज्यादा इस्तेमाल होता है, जिससे धुएं और ग्रीस की मात्रा अधिक होती है, जो अन्य पतली जाली वाले सामान्य फ़िल्टर को जल्दी जाम कर देती है जिससे उसकी कार्यक्षमता घट जाती है।

भारतीय पकवान की मुख्य विशेषताएं :

तेल , मसालों का अधिक उपयोग : वैसे तो हमारे भारतीय पकवानों में ज्यादा स्वादहीन खाना बनाने के लिए तड़का, गहरी तेल मसाले की फ्राई, और मसालेदार कढ़ी में तेल और मसालों की मात्रा अधिक होती है, जिससे भारी धुआं और चिकनाई निकलती है। 

तेज़ आंच पर पकवान बनाना : ज़्यादातर भारतीय खाना तेज़ आंच पर पकाया जाता है, जिससे अधिक धुआं और वाष्प बनकर दीवाल या छत पे चिपकती है।

खुशबू और धुएं का निकलना : मसालों को ज्यादा पकाने से तेज की खुशबू और धुआं निकलता है, जिससे नॉर्मल फ़िल्टरों को जल्दी जाम कर देता है।

सामान्य फ़िल्टर की सीमाएं : 

मेश और कैसेट फ़िल्टर: ये फ़िल्टर हल्की और बारीक जालियों से बने होते हैं जो जल्दी जाम हो जाते हैं जिससे अन्य फ़िल्टर की अपेक्षा बार-बार सफाई की ज़रूरत होती है।

कम तेल पकड़ने की क्षमता: मेष फ़िल्टर अन्य फ़िल्टर की अपेक्षा में तेल और चिकनाई को प्रभावी ढंग से अलग करने की क्षमता कम होती है।

रखरखाव: मेश फ़िल्टर को अन्य फ़िल्टर की अपेक्षा हर हफ्ते साफ़ करना पड़ता है, वरना चिमनी की कार्यक्षमता घट जाती है।

 बैफल फ़िल्टर के फायदे : 

तेल और धुएं को प्रभावी ढंग से अलग करता है: बैफल फ़िल्टर की डिज़ाइन बहुत ही खूबसूरत होती है, इस फ़िल्टर की डिज़ाइन या बनावट हवा को मोड़ती है जिससे तेल नीचे गिर ऑयल कलेक्टर ट्रे में इकठ्ठा हो जाता है और हवा स्वच्छ साफ़ होकर बाहर निकलती है।

•           कम रखरखाव: इस फ़िल्टर के वजह से रसोई को  बार-बार साफ़ करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।

भारतीय कुकिंग के लिए उपयुक्त: खासतौर पर तड़का, फ्राई और ग्रेवी वाले व्यंजन के लिए इस फ़िल्टर की चिमनी को आदर्श माना गया है।

4. सफाई और रखरखाव: किसे धोना है आसान? (Cleaning and Maintenance: Which is Easier to Clean?)

रसोई के साथ – साथ  चिमनी का रखरखाव (maintenance) हमारे भारतीय रसोई के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है, क्योंकि इसके अलावा यहाँ तेल और मसालों का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा होता है। उसके हिसाब से साफ – सफाई बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, 

वैसे तो साफ – सफाई चाहे घर के अंदर की हो या बाहर की हमें समय – समय पर करते रहना चाहिए जो हमारे वातावरण के लिए बहुत लाभप्रद होता है। 

बैफल फ़िल्टर (Baffle Filter) : 

  1. इस फ़िल्टर में कम रखरखाव। सामान्यतः हर 3-4 सप्ताह में एक बार सफाई की आवश्यकता होती है।

      2 .  घुमावदार प्लेटों के कारण जमा हुआ तेल पिघलकर फिसलकर ऑयल ट्रे में चला जाता है।

      3 .  फिल्टर को आसानी से निकाला जा सकता है और डिशवॉशर में या गर्म पानी तथा डिटर्जेंट में भिगोकर साफ किया जा सकता है।

      4.   बैफल फ़िल्टर आमतौर पर स्टेनलेस स्टील के बने होने के कारण इनकी लाइफ चिमनी जितनी ही होती है। इन्हें बदलने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

मेश फ़िल्टर (Mesh Filter) : 

  1. उच्च रखरखाव और तेल के जमाव के कारण हर 10-15 दिन में सफाई करना बहुत ज़रूरी होता है।
  2. महीन जाली (fine mesh) होने के वजह से चिकनाई के कण गहराई तक अटक जाते हैं। जिससे साफ – सफाई मुश्किल होती है। 
  3. मेश फ़िल्टर को पूरी तरह साफ करने के लिए ज़्यादा देर तक डिटर्जेंट पानी से भिगोना होता है ,और ज़ोर से ब्रश करना पड़ता है।
  4. एल्युमीनियम की जाली होने के वजह से समय के साथ बदलना पड़ सकता है या इतने बाधा, रुकावट हो सकते हैं कि उन्हें बदलना ही एकमात्र उपाय बचता है।

रसोई की आसान साफ – सफाई और रखरखाव के मामले में, भारतीय रसोई के लिए  बैफल फ़िल्टर नंबर 1 विजेता है। इसको  न केवल कम बार सफाई करनी पड़ती  है, बल्कि इसकी चिकनाई निकालने की प्रक्रिया भी मेश फ़िल्टर की तुलना में बहुत सरल और किफायती है, जिसके वजह से हमारे भारतीय उपभोक्ताओं का समय और मेहनत दोनों बचती है और खुशहाल जीवन जीते हैं। 

5. प्रदर्शन और सक्शन पावर की तुलना (Comparison of Performance and Suction Power)

किचन चिमनी में प्रदर्शन और सक्शन पावर दोनों महत्वपूर्ण हैं—प्रदर्शन जो चिमनी की कुल कार्यक्षमता को दर्शाता है, जबकि सक्शन पावर यह तय करती है कि धुआं और गंध कितनी तेजी से हटेगी। चिमनी की सक्शन पावर और प्रदर्शन दोनों एक-दूसरे से जुड़े हैं, लेकिन एक समान नहीं हैं। सक्शन पावर सिर्फ एक रसोई के बेहतर सफाई का एक पहलू है, जबकि प्रदर्शन रसोई के बेहतर अनुभव को दर्शाता है।

रसोई  में चिमनी के प्रदर्शन और सक्शन पावर दोनों चिमनी के मजबूत अंग हैं ,जिनमें खासकर वैक्यूम क्लीनर या मोटर जो रसोई की क्षमता को दर्शाते हैं :

प्रदर्शन क्या होता है : –

प्रदर्शन में चिमनी के सक्शन पॉवर के अलावा और भी अन्य बातें शामिल होती हैं जिसमें शोर का स्तर, ऊर्जा खपत,साफ-सफाई और रखरखाव के अलावा और भी अन्य समग्र कार्यक्षमतायें होती हैं जो  चिमनी के बेहतर प्रदर्शन को दर्शाती हैं 

सक्शन पावर क्या है? : 

सक्शन पॉवर रसोई की वह क्षमता होती है जो रसोई की हवा या उसकी मात्रा को दर्शाती है जिसको चिमनी एक घंटे में खींच सकती है, आमतौर पर इसको m³/hr (क्यूबिक मीटर प्रति घंटा) में मापा जाता है।

  बड़ी रसोई : 1200–1400+ m³/h या फिर अपनी रसोई के लम्बाई और चौड़ाई के हिसाब से चिमनी को चयन करना चाहिए। 

   सक्शन पावर का प्रमुख उद्देश्य:  रसोई से धुआं, तेल की बूंदें, और गंध को रसोई से बाहर निकालना होता है।

   आदर्श कार्य क्षमता : 

  छोटी रसोई : 800–1000 m³/hr 

  मध्यम रसोई : 1000–1200 m³/hr

निष्कर्ष: 

यह बात सच है कि ऐसे उपभोक्ता जिसको रोज़ाना या अक्सर ‘तड़का’, ‘फ्राई’ और ‘ग्रेवी’ वाले पारंपरिक भारतीय व्यंजन बनाते हैं, तो उस रसोई के लिए बैफल फ़िल्टर (Baffle Filter) वाली  चिमनी रसोई के लिए एक सबसे अच्छा और शानदार विचार है,जो रसोई के लिए मजबूत और टिकाऊ योद्धा साबित होते हैं।

अंतिम कुछ महत्वपूर्ण कारण :

लंबे समय तक चलने वाला : एक बार निवेश होने के बाद, बैफल फ़िल्टर चिमनी की लाइफटाइम तक चलता है, जिससे इसको बार – बार बदलने का या कोई अतिरिक्त खर्च नहीं आता।

निरंतर प्रदर्शन : बैफल फ़िल्टर का ज़िग-ज़ैग डिज़ाइन तेल को प्रभावी ढंग से ऑयल ट्रे में नीचे गिराता है, जिससे यह चिकनाई जमने के बावजूद लंबे समय तक उत्कृष्ट सक्शन पावर बनाए रखता है।

कम रखरखाव : स्टेनलेस स्टील की मज़बूती के साथ – साथ बैफल फ़िल्टर में  सरल क्लीनिंग प्रक्रिया होती है , जिसको  (हर 3-4 सप्ताह में एक बार) जो हमारा समय और मेहनत दोनों को बचाती है, और रसोई को  बार-बार ‘सर्फ़ एक्सेल’ से रगड़ने , धोने और बार – बार मेहनत करने से राहत रहती  है।

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