मॉड्यूलर किचन की लागत में रखें 5 मुख्य बातों का ध्यान

किचन की आन – शान उनकी चमक , महक और धुंआ धक्कड़ से मुक्त रहना होता है , सही उपकरण का चुनाव करके अपने मॉड्यूलर किचन को और भी सुविधाजनक और स्मार्ट बना सकते हैं। मॉड्यूलर किचन हर एक मॉड्यूलर घर के लिए बहुत इम्पोर्टेन्ट भाग हो गया है , जिस तरह एक मरीज के लिए सही इलाज और दवा की जरुरत होती है, उसी प्रकार एक मॉड्यूलर घर के लिए सही और अच्छे सक्शन पॉवर की चिमनी रसोई के लिए जरुरी होती है. आज के समय में किचन की इम्पोर्टेंस को देखते हुए चिमनी बहुत ही महत्वपूर्ण हो गयी  है, एक मॉड्यूलर किचन की लागत में रखें 5 मुख्य बातों का ध्यान में किचन के लिए क्या जरुरी  और क्या नहीं , जैसे कि उचित उपकरण , सही इंस्टॉलेशन , सही सामग्री चयन आदि कुछ अन्य फीचर के बारे में बताएंगे।  

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  • सामान की क्वालिटी: नए ज़माने के अनुसार हमें मॉड्यूलर किचन के लिए उचित और सही सामग्री को  चुनना एक बहुत ही समझदारी , लाभकारी और ज़रूरी फैसला है, क्योंकि इसकी वजह से  किचन की लागत, मजबूती  और देखभाल  तीनो चीजों पर सीधा असर पड़ता है। 
  • प्लाईवुड : बेस मैटेरियल के हिसाब से प्लाईवुड हमारे स्मार्ट मॉड्यूलर किचन के लिए सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद विकल्प है। जो टिकाऊ और मजबूती के साथ – साथ पानी के प्रति नमी विरोधी भी होती  है. एक अच्छी और क्वालिटी भरी  प्लाईवुड  में पानी और दीमक दोनों से सुरक्षित रहता है, बजट में थोड़ा महंगा जरूर रहता है लेकिन लम्बे समय तक चलने, मजबूती और टिकाऊपन  

रसोई में फिनिशिंग के लिए चिकने मटेरियल : 

लैमिनेट : रसोई में एक अच्छी और क्लियर फिनिशिंग  और रसोई को चमकदार बनाने के लिए लैमिनेट और  ऐक्रेलिक फिनिशिंग किया जाता है , लैमिनेट से साफ करने में आसान होती है और   खरोंच प्रतिरोधी होती है , 

ऐक्रेलिक :  जो रसोई को  चमकदार और ग्लॉसी लुक देती है। यह देखने में सुन्दर और आकर्षक लगती है , और सफाई करने में भी आसन होती है , लेकिन ये लेमिनेट की तुलना में थोड़ी महंगी होती है और इस पर स्क्रैच जल्दी आ सकते हैं।

2. स्टोरेज और लेआउट :

आज के समय में मॉड्यूलर किचन में स्टोरेज और लेआउट की ज़रूरत इस बात पर निर्भर करती है कि हमारी रसोई घर में जगह कितनी है, ( लम्बाई X चौड़ाई ) हम अपने रसोई में  कैसे काम करते हैं और हमें रसोई घर में किन – किन चीज़ों की ज़रूरत है।

  • कैबिनेट और दराज: कैबिनेट और दराज मॉड्यूलर किचन का बहुत जरुरी हिस्सा है , कैबिनेट जो रसोई घर के ऊपरी और निचले भाग जैसे की फ्लोर में लगाया जाता है , 
  • दराज जो रसोई में बर्तन कटलरी और मसालों को रखने के लिए बहुत काम आते हैं। इन्हें अलग-अलग साइज़ में बनाया जाता है। 
  • लेआउट का प्रकार: लेआउट से रसोई के आकार चयन किये जाते हैं , जिसमें रसोई की सुंदरता को बढ़ाने के लिए लेआउट को डिज़ाइन करने के लिए कैबिनेट लगाए जाते हैं , भारत में  लेआउट डिज़ाइन तो बहुत हैं , लेकिन मुख्य रूप से तीन होते है , L – आकार , U – आकार एंड स्ट्रैट लाइन किचन।  
  • L-शेप किचन : यह सबसे साधारण  रसोई आकार  है। इस तरह के आकार में दो दीवारों के साथ कैबिनेट लगाए जाते हैं। यह आमतौर पे उस जगह के लिए परफेक्ट होते हैं जहाँ  छोटे और मध्यम आकार के किचन होते  हैं ।  
  • U-शेप किचन : इस आकार वाले रसोई डिज़ाइन में तीन दीवारों पर कैबिनेट लगाए जाते हैं। यह बहुत ज़्यादा जगह लेता है , और काम करने के लिए जगह देता है। यह बड़े रसोई के रूप में काम करने  के लिए अच्छा है।
  • स्ट्रेट लाइन किचन : इसमें सभी चीज़ें एक ही दीवार पर कैबिनेट लगाई जाती हैं। यह बहुत छोटे किचन के लिए या स्टूडियो अपार्टमेंट के लिए अच्छा है। 

3. एक्सेसरीज़ और हार्डवेयर :

आज के समय में हमारे  मॉड्यूलर किचन की डिज़ाइन में एक्सेसरीज़ और हार्डवेयर का बहुत बड़ा महत्व है। एक्सेसरीज न सिर्फ हमारे किचन को सुंदर बनाते हैं, बल्कि उसकी कार्यक्षमता को भी बढ़ाते हैं। एक मॉड्यूलर किचन की लागत में रखें 5 मुख्य बातों का ध्यान में किचन के लिए क्या जरुरी  और क्या नहीं सही हार्डवेयर और एक्सेसरीज़ का चुनाव करके आप अपनी किचन को और भी सुविधाजनक बना सकते हैं।

हार्डवेयर की गुणवत्ता: रसोई में स्मूथ-क्लोजिंग दराज चैनल और कब्ज़े  किचन को शोर-मुक्त और इस्तेमाल करने में आसान बनाते हैं। अच्छी क्वालिटी के हार्डवेयर, जैसे कि कब्ज़े (hinges), चैनल (channels) और हैंडल, कैबिनेट और दराज को लंबे समय तक सही सलामत रखते हैं।

     स्मार्ट एक्सेसरीज़: हमारे स्मार्ट रसोई के लिए एक्सेसरीज़, जैसे कि कटलरी ट्रे, बर्तन रैक, और पुल-आउट बास्केट, हमारे रसोई की  छोटी-छोटी चीज़ों को व्यवस्थित रूप से रखने में मदद करते हैं।

4. उपकरण (Appliances)

आज के समय मॉड्यूलर किचन की प्लानिंग करते समय सही और अच्छे क्वालिटी के उपकरण (Appliances) चुनना बहुत ज़रूरी होता है, क्योंकि ये किचन की कार्यक्षमता और सुंदरता को बढ़ाते हैं। 

उपयुक्त उपकरण: समय के हिसाब से मॉड्यूलर रसोई के लिये जरुरी  उपकरण में चिमनी का चलन बहुत है , जो हमारे रसोई के इंटीरियर डिज़ाइन में फिट हो जाते हैं , चिमनी उपकरण हमारे रसोई  धुंआ और गंध हटाने में बहुत कारगर साबित होती है , जिससे हमारा किचन साफ-सुथरा और हवादार रहता है। 

  • लागत और ब्रांड: अलग-अलग ब्रांड और उनकी लागत उस उपकरण की क्वालिटी पर निर्भर करता है, किस  ब्रांड  का उपकरण आप ले रहे हैं , सबसे पहले अपना बजट तय करें। उपकरण कई कीमतों और ब्रांडों में आते हैं। या ये तय करें कि किस ब्रांड की जरुरत है , 
  • यह भी सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा चुने गए उपकरण आपके किचन के लेआउट में अच्छी तरह से फिट हों। 

            ब्रांड (Brand): हमेशा एक ऐसा ब्रांड चुने जो भारतीय रसोई के लिए भरोसेमंद और जो अच्छी सर्विस और                वारंटी देते हों

मॉड्यूलर किचन की लागत में रखें 5 मुख्य बातों का ध्यान

5. इंस्टॉलेशन और सर्विस :

इंस्टॉलेशन और सर्विस हमारे मॉड्यूलर रसोई के लिए  एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय होते हैं। यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है क्यूंकि रसोई को सही और सुनिश्चित रखने के लिए ये दोनों टॉपिक महत्वपूर्ण होते हैं –   

  • इंस्टॉलेशन की लागत: कुछ कम्पनियाँ अपना इंस्टालेशन चार्ज अलग ही जोड़ती हैं , और कुछ  कुल लागत में शामिल है , एक मॉड्यूलर किचन को सही और सुनिश्चित ढंग से इंस्टॉल करना बहुत ज़रूरी होता है। कैबिनेट की सुरक्षा के लिए अलमारियों को दीवार से मजबूती से जोड़ना, दराज और दरवाज़ों को सही से फिट करना, और उपकरण जैसे चिमनी या हॉब को लगाना एक प्रोफेशनल टीम ही यह काम सही तरीके से कर सकती है। जो की एक प्रोफेशनल वर्क होता है ,
  • वारंटी और सर्विस: हमारे भारतीय मॉड्यूलर किचन की उम्र बढ़ाने के लिए समय-समय पर वारंटी और सर्विस के साथ  रखरखाव बहुत  ज़रूरी होता है। इसमें कब्ज़ों को ठीक करना, दराजों को एडजस्ट करना और सफाई करना शामिल है। वैसे तो चिमनी की वारंटी आमतौर पर एक से दस साल तक की  मिलती है। 

वारंटी और सर्विस से बेहतर होता है  की अच्छी सर्विस वाली चिमनी कंपनी चुनना बहुत ज़रूरी है, ताकि आपको भविष्य में कोई परेशानी न हो।

निष्कर्ष :

मॉड्यूलर किचन का निर्माण केवल एक खर्च नहीं, बल्कि एक स्मार्ट निवेश है जो आपके घर की कार्यक्षमता और सुंदरता को बढ़ाता है। एक सफल मॉड्यूलर किचन के लिए यह आवश्यक है कि हम शुरुआती योजना से लेकर अंतिम इंस्टॉलेशन और सर्विस तक हर कदम पर ध्यान दें। चिमनी एक मॉड्यूलर किचन का अभिन्न अंग है, जो धुएं और गंध को हटाकर किचन को साफ और स्वस्थ रखती है।

Frequently Asked Question :

Question : मॉड्यूलर किचन के लिए कितना बजट होना चाहिए ?

Answer    :  एक अच्छी और बेहतर रसोई घर को डिज़ाइन करने के लिए आज के समय में मध्यम-श्रेणी के सेटअप के लिए, प्लाईवुड, ऐक्रेलिक फ़िनिश और बुनियादी उपकरणों के लिए लगभग नॉर्मल खर्च 2 लाख से 5 लाख के बीच होना चाहिए।

Answer    :  आज के मॉड्यूलर रसोई के अनुसार किचन का साइज  आमतौर पे 70 से 150 वर्ग फ़ीट जरूर होना चाहिए , जो रसोई की बेहतर डिजाइनिंग और इंस्टॉलेशन के लिए जरुरी होता है। 

 प्राकृतिक सुंदरता और टिकाऊपन के कारण, लकड़ी लंबे समय से भारत में मॉड्यूलर किचन के लिए एक लोकप्रिय विकल्प रही है। सागौन, ओक या मेपल जैसी ठोस लकड़ी उत्कृष्ट मजबूती और लचीलापन प्रदान करती है। यह नमी, गर्मी और नियमित उपयोग को झेल सकती है, जिससे यह भारतीय रसोई के लिए उपयुक्त है।

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