इंडियन कुकिंग के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने?

एक इंडियन कुकिंग ही है जहाँ तेल , मसाले और तड़का लगा हुआ भोजन सभी  को पसंद आता है , हमारे इंडियन कुकिंग में जब तक अच्छे मसालों , तेल और घी  का इस्तेमाल नहीं होता है तब तक भोजन रास नहीं  आता है , ऐसे में हम इंडियन कुकिंग को बेहतर और स्वादिष्ट बनाने के लिए हम बेस्ट किचन चिमनी का चयन न कर पाए तो क्या कर पाए ये अफ़सोस रहेगा और सही किचन चिमनी खरीदने की गलती कर बैठते है , ऐसे में हम इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? और क्या चुने, और कौन सी चुने ये समझना थोड़ा मुश्किल या फिर कठिन हो जाता है , इस लेख में हम इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? क्यों जरुरी है इस बात पर जोर देंगे। 

इंडियन कुकिंग के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने?
इंडियन कुकिंग के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने?

चिमनी क्यों ज़रूरी है? इंडियन कुकिंग के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? और इसकी अहमियत –

आधुनिक समय में चिमनी किचन  के लिए इतनी आवश्यक उपकरण है जितनी एक बीमार व्यक्ति को सही और सुरक्षित इलाज ,किचन चिमनी एक ऐसा उपकरण या एक चमत्कारी योद्धा है जो हमारे भारतीय रसोई में बनने वाले खाना खासकर  भारतीय खाना बनाते समय बहुत धुआं और भाप बनती है. चिमनी इस धुएं और भाप को अपनी शक्तिशाली तलवार से बहुत सरलता से तुरंत खींचकर बाहर निकाल देती है, जिससे किचन का  वातावरण और हवा दोनों साफ रहती है. इससे आपकी आंखों में जलन नहीं होती और सांस लेने में भी आसानी होती है. खाना बनाते समय जो धुंआ बनता है , वह हमारे रसोई घर के साथ – साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी नुकसान दायक होता है जो रसोई घर में होने वाली दीवारों में टाइल्स  और छतों को तेल के छोटे – छोटे कण नुक्सान पहुंचाते हैं , इंडियन कुकिंग के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने?इन सभी कारणों से किचन चिमनी हमारे रसोई के लिए बहुत जरुरी है –

किचन चिमनी के कुछ मुख्य फायदे –

किचन की सुंदरता को बढ़ाता है : जब रसोई घर में एक अच्छी चिमनी का सिलेक्शन  होता है, तो उस रसोई घर की दीवारों पर चिकनाई और कालिख नहीं जमती है , जिसके  वजह से किचन हमेशा साफ , स्वच्छ और सुन्दर बिल्कुल नई जैसी दिखती है.

रसोई में तेल और चिकनाई को हटाना  : अक्सर जब रसोई में तेल , मसाले वाला खाना बनता है तो, खाना पकाते समय तेल के छोटे-छोटे कण हवा में फैल जाते हैं और दीवारों, टाइलों और अलमारियों पर जम जाते हैं. जिसके वजह से किचन बहुत चिपचिपी और गंदी हो जाती है. चिमनी इन कणों को फिल्टर में फंसाती है, जिससे इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? इसकी जानकारी और हमारी दीवारों और कैबिनेट पर तेल के कण और  चिकनाई नहीं जमती इंडियन कुकिंग के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? और सफाई करना आसान रहता है.

गंदगी और बदबू को हटाना : गन्दगी एक ऐसा वर्ड है , जिसको सुनने में ही समझ आता है की कितना बेकार शब्द है , ये शब्द अगर रसोई घर के साफ़ – सफाई के लिए उपयोग किया जाये तो कितना अच्छा रहेगा , रसोई घर में जब खाना बनता है , तो उस समय जो धुंआ और मसाले की महक होती है तो उसको बाहर निकालने के लिए चिमनी का इस्तेमाल किया जाता है , 

भारतीय रसोई में चिमनी की अहमियत :

किचन चिमनी न हमारे सिर्फ किचन की सफाई के लिए जरुरी होता है  बल्कि  स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इंडियन कुकिंग के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? जब हमारी रसोई में खाना बनाते – बनाते धुआँ के गुब्बारे , मसाले की महक हमारे नाक में घुसती है , उस  समय जो रसोई घर में परेशानी होती है, तो उस समय चिमनी की अहमियत हमें समझ में आती है , चिमनी सिर्फ एक मशीन नहीं है, बल्कि यह वह योद्धा है जो आपकी रसोई को धुएँ और तेल की शैतान सेना से बचाता है, ताकि हमारी रसोई हमेशा खुशबूदार  और चमकदार रहे! जिससे एक इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? ये  जानकारी मिलती है –

चिमनी के प्रकार: आपके किचन के लिए कौन सा है बेस्ट?

हमारे बाजार में वैसे तो किचन चिमनी के बहुत सारे मॉडल उपलब्ध हैं , जो हमारी रसोई को सुकून और आराम देती  हैं , हमारे रसोई घर को सुन्दर और चमकदार बनाने  के लिए चिमनी बहुत जरुरी होती है , 

नीचे कुछ फ़िल्टर  मॉडल दिये गए हैं जो चिमनी की रसोई के लिए बिल्कुल कारगर हैं – 

  • बफ़ल फ़िल्टर (Baffle Filter)
  • बफ़ल फ़िल्टर वाली चिमनी रसोई के लिए एक बहुत ही उत्तम और उपयुक्त विचार होता है , इसकी बनावट और डिज़ाइन ही  लोगों के लिए खास बनती है ,  बफ़ल फ़िल्टर एक अलग और खास डिज़ाइन में ढाला गया है , बफल फ़िल्टर स्टेनलेस स्टील से बना होता है जो एक घुमावदार चुड़ीनुमा आकार में ढाला गया है , जिसमें कई घुमावदार चैनल बने होते हैं. उस समय जब रसोई में खाना बनता है तो चिमनी धुआं और भाप खींचती है, तो वे सीधे बाहर निकलने के बजाय इन घुमावदार चुड़ीनुमा आकार वाले रास्तों में से गुजरकर बाहर निकालती  हैं.
  • इस से धुएँ के कण और हवा घुमावदार रास्ते से तेजी से गुजरती हैं.
  • जिसके वजह से भारी तेल और चिकनाई के कण रास्तों की दीवारों से टकराकर वहीं अटक जाते हैं.

इस फ़िल्टर से साफ हवा बाहर निकलती है.

  • कैसेट फ़िल्टर (Cassette Filter)
  • कैसेट फ़िल्टर वाली चिमनी को मेश फ़िल्टर चिमनी भी कहा जाता है कैसेट फ़िल्टर चिमनी एक सामान्य प्रकार की चिमनी है. इसमें कई परतों वाले एल्यूमीनियम के जाल या फिर सरल भाषा में जाली कह सकते है, जो जाली नुमा लगे होते हैं. कैसेट फिल्टर वाली चिमनी उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प होती है जो कम कीमत में एक चिमनी चाहते हैं और जिन्हें बार-बार सफाई करने में कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि, भारतीय रसोई के लिए, बैफल फिल्टर या ऑटो क्लीन चिमनी को ज़्यादा प्रभावी और सुविधाजनक माना जाता है, क्योंकि वे तेल और चिकनाई को बेहतर तरीके से निकालती हैं और उनकी सफाई भी आसान होती है.

तेज़ आवाज़: कैसेट फ़िल्टर वाली चिमनी  दूसरी चिमनियों के मुकाबले ज़्यादा आवाज़ करते हैं.

कम लाइफस्पैन: इनकी लाइफअन्य फ़िल्टर के मुकाबले  बैफल फिल्टर से कम होती है.

कम कारगर: अगर हमारी चिमनी का  फिल्टर साफ न हो तो चिमनी की हवा खींचने की क्षमता (सक्शन पावर) कम हो जाती है.

चारकोल फ़िल्टर (Charcoal Filter)

इस प्रकार वाली चिमनी फ़िल्टर उन भारतीय रसोई के लिए बिल्कुल फिट बैठती है , जहाँ डक्ट पाइप को निकालने की व्यवस्था नहीं होती है , जैसे कि कुछ घनी बस्तियों में ऐसी समस्याएं ज्यादा होती हैं यह एक खास तरह की चिमनी होती है, जो हवा को बाहर नहीं निकालती, बल्कि उसे फिल्टर करके वापस किचन में ही छोड़ती है. यह उन घरों के लिए बहुत अच्छी है आप मुख्य रूप से बदबू को खत्म करना चाहते हैं, तो चारकोल फिल्टर वाली चिमनी एक अच्छा विकल्प है. लेकिन अगर आप भारी तलने-भूनने का काम करते हैं और चाहते हैं कि धुआं पूरी तरह से बाहर निकल जाए, तो डक्ट वाली चिमनी ज़्यादा बेहतर होती है.

चारकोल फ़िल्टर के नुकसान:

मजबूत धुआं हटाने में मुश्किल: ये बात है कि भारतीय खाने में बहुत ज़्यादा तेल और मसाले इस्तेमाल होते हैं, जिससे इस धुंआ को निगलने में या  धुएं को पूरी तरह से सोखने में इसे थोड़ी मुश्किल होती है.

कम प्रभावी: इस प्रकार की  डक्ट वाली चिमनी अन्य चिमनी की तुलना में धुआं और चिकनाई को बाहर नहीं निकालती, बल्कि हवा को साफ और फ़िल्टर करके वापस फिर वहीँ छोड़ती है.

फिल्टर बदलना पड़ता है: चारकोल फिल्टर एक ऐसा फ़िल्टर है जिस को साफ नहीं किया जा सकता. इस फ़िल्टर को  हर 3-6 महीने में या खाना बनने के उपरांत बदलना पड़ता है, जिसकी वजह से  मेंटेनेंस का खर्चा बढ़ जाता है.

ऑटो-क्लीन (Auto-Clean)

ये चिमनी एक खास तरह की चिमनी है जो अपनी सफाई का काम खुद से कर लेती है”ऑटो-क्लीन” का मतलब 100% सफाई नहीं है. यह चिमनी के अंदरूनी भागों और हिस्सों को और भी मुख्य फिल्टर पर जमी हुई चिकनाई को साफ करती है. आपको अभी भी समय-समय पर ऑयल कलेक्टर को खाली करना और बाहरी बॉडी को पोंछना पड़ता है. फिर भी, यह नॉर्मल चिमनी की तुलना में बहुत ज़्यादा सुविधाजनक है. 

ऑटो-क्लीन चिमनी के फायदे : 

  • अन्य चिमनी के मुकाबले कम मेहनत: इस फीचर वाली चिमनी में आपको चिमनी की मैन्युअल सफाई करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. बस बटन दबाना होता है और चिमनी अपना काम कर लेती है.
  • बेहतर सक्शन: चूंकि चिमनी अंदर से साफ रहती है, इसलिए इसकी सक्शन क्षमता (हवा खींचने की शक्ति) हमेशा अच्छी बनी रहती है.
  • टिकाऊपन: एक अच्छी और नियमित सफाई से चिमनी की लाइफ बढ़ जाती है.

समय की बचत: चिमनी की सफाई में लगने वाला आपका कीमती समय बच जाता है.

चिमनी खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान:

  • सक्शन पावर (Suction Power): इंडियन कुकिंग के लिए मेरा तो यही मानना है कि जिस प्रकार रसोई के लिए चिमनी जरुरी है , वैसे ही चिमनी के लिए सक्शन कैपेसिटी जरुरी होता है , सक्शन कैपेसिटी चिमनी की धुएं, तेल के कणों और गंध को खींचने की शक्ति को मापती है, जिसे हम क्यूबिक मीटर प्रति घंटे (CMH) में मापते  है।
  • भारतीय खाना पकाने के लिए: आपको कम से कम 1000 CMH से 1200 CMH या उससे अधिक की सक्शन क्षमता वाली चिमनी की आवश्यकता होगी, खासकर यदि आप अक्सर डीप-फ्राई या तड़के जैसे व्यंजन बनाते हैं।
  • छोटे परिवार/कम खाना पकाने के लिए: 800-1000  CMH पर्याप्त हो सकता है।
  • बड़े परिवार/अधिक खाना पकाने के लिए: 1000-1200 CMH से ऊपर की क्षमता वाली चिमनी लेना बेस्ट चॉइस रहेगा जिसके कारण रसोई से धुआँ को खींचने में आसानी रहती है ।
  • 2025 के लेटेस्ट ट्रेंड्स के अनुसार एक उच्च सक्शन कैपेसिटी  वाली चिमनी जो शोर के साथ – साथ भारतीय बाजारों में अधिक पसंद की जा रही है। 
  • फ़िल्टर टाइप (Filter Type): फ़िल्टर जो रसोई में होने वाले धुंए को फ़िल्टर करके या तो शुद्ध करके बाहर फेंकता है या तो अंदर ही छोड़ देता है जो रसोई के वातावरण को शुद्ध और स्वच्छ बनाने के लिए होता है , हमारे भारतीय बाजार में कई तरह के फ़िल्टर मौजूद हैं जो निम्नवत हैं –
  • कैसेट/मेश फिल्टर (Cassette/Mesh Filter): ये फ़िल्टर स्टेनलेस स्टील या एल्यूमीनियम के कई घुमावदार जाल से बने होते हैं , इस फ़िल्टर को बार – बार नियमित रूप से धोना पड़ता है 
  • बैफल फिल्टर (Baffle Filter): इस फ़िल्टर की डिज़ाइन आकर घुमावदार पैनलों से बने होते हैं जिसके वजह से  तेल और ग्रीस के थक्के को कुशलता से फंसाते हैं। ये मेश फिल्टर की तुलना में कम रखरखाव वाले फ़िल्टर होते हैं जिनकी  साफ – सफाई  करने में आसानी  होती  हैं। 
  • कार्बन/चारकोल फिल्टर (Carbon/Charcoal Filter): इनका उपयोग केवल डक्टलेस  चिमनियों में गंध को अवशोषित करने के लिए किया जाता है। इस फ़िल्टर को  नियमित रूप से (हर 3-6 महीने में) बदलने की आवश्यकता होती है ।
  • साइज़ (Size): रसोई के आकार और डिज़ाइन के हिसाब से चिमनी का आकार चयन करना बहुत जरुरी और महत्वपूर्ण होता है एक प्रकार से  चिमनी का आकार आपके कुकिंग हॉब के आकार से मेल खाना बहुत जरुरी होता है  या उससे थोड़ा बड़ा होना चाहिए ताकि ये चिमनी से  अधिकतम धुएं को कवर करके खींच सके।
  • 60 सेमी (60 cm): 2-4 बर्नर वाले कुक हॉब के लिए।
  • 90 सेमी (90 cm): 3-5 बर्नर वाले  कुक हॉब के लिए। 
  • शोर (Noise Level): एक शांत और सुकून का शोर लेवल सबको बहुत पसंद होता है , फिर वह चाहे बाजा हो , रेडियो हो या टीवी ठीक उसी प्रकार एक शांत चिमनी हमारे खाना पकाने के अनुभव को अधिक सुखदायक बनाती है। एक सामान्य चिमनियां जो  आमतौर पर 50-70 dB का शोर करती हैं। जो 60 – 65 DB से ज्यादा आवाज की चिमनी नुकसान दायक होती हैं ,
  • 2025 के  ट्रेंड मॉडल में : BLDC मोटर वाली चिमनियां अधिक लोकप्रिय हो रही हैं क्योंकि वे अधिक ऊर्जा-कुशल  बहुत कम शोर करती हैं। 
  • ऑटो-क्लीन फ़ीचर: क्या यह फ़ीचर सच में ज़रूरी है?
  • कीमत और वारंटी: बजट और वारंटी को कैसे देखें?

भारत के टॉप ब्रांड्  – इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? 

1. एलिका –

एलिका चिमनी  ब्रांड एक वैश्विक प्रभावशाली खिलाड़ी के रूप में विकसित हुआ है, और भारत में, एलिका ने व्हर्लपूल के साथ एक संयुक्त उद्यम के साथ अपनी उपस्थिति को मज़बूत किया है, जिसके  वजह से यह ब्रांड भारत  देश के सबसे भरोसेमंद चिमनी ब्रांडों में से एक बन गया है।

एलिका चिमनियाँ उस भरोसेमंद दोस्त या एक अच्छी टाइम मशीन की तरह काम करती है जिस प्रकार एक माँ अपने बेटे/बेटी की चाह की वजह से अपनी ममता को लुटा देती है , एलिका चिमनी एक बेहतरीन सक्शन पावर, उन्नत किश्म का फ़िल्टरेशन सिस्टम और आकर्षक  डिज़ाइन प्रदान करती हैं जो  किचन को किसी होम डेकोरेशन पत्रिका जैसा बना देती हैं। इसके अलावा, उसकी ऑटो-क्लीन तकनीक सेवा  का मतलब है कि आपको साफ़ – सफाई में कम समय लगे  और आप अपने बेहतरीन पके हुए खाने का ज़्यादा आनंद और सुकून  ले पाएँ।

एलिका चिमनी क्यों चुनें? : 

  1. बेहतरीन सक्शन 1200 से 1600 m³/hr तक की पावर में आती हैं जो  किचन से धुएं, गंध और चिकनाई को प्रभावी ढंग से बाहर निकालने में मदद करती है।
  2. हमारे भारतीय खाना पकाने की ज़रूरतों के लिए सबसे  उत्कृष्ट सक्शन पावर
  3. एलिका चिमनियां अक्सर हीट ऑटो-क्लीन या फ़िल्टरलेस ऑटो-क्लीन तकनीक के साथ आती हैं।जो चिमनी के अंदर जमा हुए तेल और ग्रीस को गर्म करके पिघला देती है। 
  4. ये  चिमनियां अपने  आधुनिक और आकर्षक डिज़ाइनों के लिए जानी  जाती  है।

2. फेबर :

फ़ेबर (Faber) चिमनियां उच्च क्वालिटी मैटेरियल  वाली  गुणवत्ता  से बनी सामग्री की होती हैं, जो हमारे चिमनी को  लंबे समय तक चलने के लिए और मजबूत बनाती हैं। यह एक ऐसा निवेश है जिस पर आप भरोसा कर सकते हैं। फेबर चिमनी की मोटर BLDC मोटरों से बनी शांत और सरल इंस्टालेशन के साथ आती हैं , इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? चिमनी खरीदने की गाइड जो सबसे कठिन खाना पकाने के काम को भी संभाल कर आसान कर सकती हैं, फिर चाहे आप दिवाली के लिए दावत तैयार कर रहे हों या बस झटपट नाश्ता बना रहे हों। फ़ेबर (Faber) चिमनी भारतीय रसोई में सबसे पसंदीदा ब्रांड्स में से एक है। फ़ेबर चिमनियां अपनी अत्यधिक प्रभावी सक्शन क्षमता के लिए जानी जाती हैं। ये  (आमतौर पर 1000 m³/hr से 1500 m³/hr तक) की आवश्यकता होती है।

फेबर चिमनी क्यों चुनें? : 

1. बेहतरीन सक्शन पावर और परफॉरमेंस प्रभावी सक्शन क्षमता के लिए जानी जाती हैं।

2. इनोवेटिव ऑटो-क्लीन टेक्नोलॉजी जिसने ऑटो-क्लीन तकनीक को लोकप्रिय बनाया।

3. प्रीमियम क्वालिटी और टिकाऊपन अपने उत्पादों की बनी क्वालिटी और स्थायित्व के लिए जाना जाता है। 

4 . उत्कृष्ट ग्राहक सेवा  वारंटी और इसकी उत्कृष्ट आफ्टर-सेल्स सर्विस और विस्तृत सर्विस नेटवर्क के लिए जाना जाता है। 

3. ग्लेन –

ग्लेन (Glen) चिमनी हमारे भारतीय रसोई के लिए एक अच्छा  बेहतरीन और बैलुएबल  विकल्प  माना  गया है,  ग्लेन चिमनी रसोई से धुंआ , तेल के कण और मसाले की  तेज गंध को प्रभावी ढंग से हटाती है, जिससे रसोई घर का खाना पकाने का माहौल साफ और ताज़ा रहता है। मुख्य रूप से ये चिमनी फ़िल्टरलेस टेक्नोलॉजी के साथ – साथ   थर्मल ऑटो-क्लीन फंक्शन से लेस होती  है जो हीटिंग एलिमेंट का उपयोग करके चिमनी के अंदर जमा हुए तेल और ग्रीस को पिघला देता है, 

ग्लेन चिमनी क्यों चुनें? : 

1. ग्लेन चिमनी एक शक्तिशाली और अच्छी सक्शन क्षमता प्रदान करती हैं जो रसोई से धुएं, तेल के कणों और तेज गंध को प्रभावी ढंग से हटाने के साथ रसोई का माहौल साफ और ताज़ा रखता है 

2.  ग्लेन चिमनी फ़िल्टरलेस टेक्नोलॉजी के साथ आती हैं,जिसके कारण फ़िल्टर को बार – बार साफ करने की या धोने की जरुरत नहीं पड़ती है 

3. इस चिमनी का रख – रखाव आसान और सरल रहता है। 

4.  ग्लेन चिमनियों में थर्मल ओवरलोड प्रोटेक्शन जैसे सुरक्षा फीचर्स शामिल होते हैं, जो मोटर को ज़्यादा गरम होने से बचाते हैं और उपकरण की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

4 . हिंदवेयर  –

हमारे भारतीय रसोई में हिन्दवेयर किचन चिमनी  एक भारतीय ब्रांड होने के नाते रसोई के उपकरणों में एक जाना-माना नाम है, हिंदवेयर चिमनी 2025 में एक  विश्वसनीयता और फीचर्स के लिए काफी लोकप्रिय हैं।  हिंदवेयर के कुछ 2025 मॉडल 1400 (CMH ) सक्शन पावर, फ़िल्टरलेस तकनीक और मोटर पर 5  साल तक की वारंटी जैसी प्रभावशाली फीचर  के साथ आती  हैं।

हिंदवेयर चिमनी क्यों चुनें? : 

  1. पूरे भारत में ये चिमनी  मजबूत सेवा नेटवर्क बना रखा है 
  2. उपयोगकर्ता के अनुकूल नियंत्रण और सुविधाएँ देता है। 
  3. मजबूत वारंटी नीतियां में सक्षम है। 

निष्कर्ष (CONCLUSION):

आधुनिक समय में एक इंडियन कुकिंग ही है जहाँ तेल , मसाले का इस्तेमाल कुछ ज्यादा ही होता है , आधुनिक समय में किचन चिमनी अब सिर्फ एक उपकरण नहीं, बल्कि आधुनिक भारतीय रसोई का एक अनिवार्य हिस्सा बन गई है।इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? एक सही  चिमनी खरीदने की गाइड में एलिका, फेबर, ग्लेन और हिंदवेयर जैसे ब्रांड्स अपनी उन्नत तकनीक, प्रभावी सक्शन और आकर्षक डिज़ाइन के साथ बाजार में अग्रणी हैं। अपनी रसोई की ज़रूरतों, खाना पकाने की शैली और बजट के अनुसार सही चिमनी का चयन करके आप अपनी रसोई को स्वच्छ, ताज़ा और खाना पकाने के अनुभव को और भी सुखद बना सकते हैं।

Frequently Asked Question :

Question 1 :  रसोई घर  में लगाने वाली चिमनी कितने की आती है?

Answer        :   ये तय कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन आज के समय में मॉडल में प्राइस बढ़ते और घटते रहते हैं जैसे की मार्किट में आलू , टमाटर का प्राइस लेकिन कुछ हद तक ये जानकारी सच है जैसे – 

चिमनी मॉडल  का नाममूल्य
KFC21 (70) 75 CM मॉड्यूलर किचन चिमनी29990
KFC21 90CM मॉड्यूलर किचन चिमनी40000
पोडियम वॉल माउंटेड किचन चिमनी200
स्टाइलिश वॉल माउंटेड रस्ट फ़्री स्टेनलेस स्टील मॉड्यूलर किचन चिमनी13200
Question 2  : चिमनी का कौन सा आकार किचन के लिए सबसे अच्छा है?

Answer        :  दो से तीन गैस  बर्नर वाले तथा छोटे से मध्यम आकार वाले रसोईघर के लिए  60 सेमी चिमनी बेस्ट मानी गई है । इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? जिसमें  भारी खाना पकाने की आवश्यकताओं वाले जैसे कि बड़े रसोईघरों के लिए 90 सेमी चिमनी सबसे उपयुक्त है।

Question 3   : सबसे अच्छी चिमनी किस कंपनी की और कौन सी होती है?

Answer          :  “सबसे अच्छी” चिमनी का चुनाव करना ये बात कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे कि आपका बजट, रसोई का आकार, खाना पकाने की आदतें और आपको कौन से फीचर्स पसंद हैं.ये सब हमारे व्यक्तिगत स्वाभाव पर निर्भर करता है , इंडियन कुकिंग  के लिए बेस्ट किचन चिमनी कैसे चुने? उसके हिसाब से  Faber और Elica को अक्सर उनकी गुणवत्ता और फीचर्स के लिए सबसे ऊपर रखा जाता है,

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