बेस्ट रसोई चिमनी की सक्शन क्षमता कैसे चुनें? सही गाइड –

“क्या आपकी रसोई में चिमनी है, लेकिन फिर भी धुआं और गंध से परेशान रहते हैं? हो सकता है आपकी चिमनी की सक्शन पावर सही न हो! जिसके वजह से जब भी हम खाना बनाते हैं, खासकर दाल में तड़का लगाते हैं या कुछ फ्राई करते हैं, तो रसोई में धुआं और गंध फैल जाती है। ऐसे में बेस्ट रसोई चिमनी की सक्शन क्षमता चिमनी के बहुत काम आती है, जो धुएं और रसोई की गंध को खींचकर बाहर निकाल देती है और रसोई को साफ-सुथरा और स्वच्छ रखती है।

लेकिन चिमनी खरीदते वक्त सबसे ज़रूरी चीज़ होती है, बेस्ट रसोई चिमनी की सक्शन क्षमता ये वह सक्शन क्षमता होती है जो ये तय करती है कि वह कितनी तेजी से धुआं खींच सकती है। अगर सक्शन कम होगी, तो चिमनी ठीक से काम नहीं करेगी और रसोई में धुआं बना रहेगा।

इस लेख में आपको बताया जायेगा कि – सक्शन क्षमता क्या होती है, इसे कैसे मापा जाता है, और आपकी रसोई के आकार व खाना पकाने की शैली के अनुसार सही चिमनी कैसे चुनें।

1. बेस्ट रसोई चिमनी की सक्शन क्षमता क्या होती है?

सक्शन क्षमता जिसको  m³/hr (क्यूबिक मीटर प्रति घंटा) में मापा जाता है, बेस्ट रसोई चिमनी की सक्शन क्षमता वह क्षमता या रसोई का पावर होता है , जो रसोई से धुंआ और गंध को आसानी से निकाल फेंकती है, सक्शन क्षमता इसी हवा को खींचने की ताकत को दर्शाती है। जिसको हम बड़ी रसोई , छोटी रसोई या खाना बनाने के अनुसार चयन करते हैं , और जो हमारे खाना बनाने के अनुभव को और बेहतर और आसान बनाती है –

उदाहरण के तौर पर :

अगर किसी चिमनी की सक्शन क्षमता 1000 m³/hr है, तो इसका मतलब है कि वह एक घंटे में 1000 क्यूबिक मीटर हवा को खींच सकती है।

बेस्ट रसोई चिमनी की सक्शन क्षमता कितनी होनी चाहिए ?

• छोटी रसोई (60–100 sq ft): 700–900 m³/hr

• मध्यम रसोई (100–200 sq ft): 900–1100 m³/hr

• बड़ी रसोई (200 sq ft): 1100–1500 m³/hr

यदि आप रोज़ाना तड़का, फ्राई या मसालेदार खाना बनाते हैं, तो कम से कम 1000 m³/hr की या फिर आपके रसोई के आकार के हिसाब से चिमनी लेना बेहतर रहेगा।

 2. रसोई के आकार के अनुसार सक्शन क्षमता कैसे तय करें?

सही लम्बाई और चौड़ाई के अलावा रसोई के सही आकार के अनुसार भी चिमनी का चुनना बेहद ज़रूरी होता है ताकि रसोई से सही तरह से धुआं, तेल और गंध को प्रभावी रूप से हटाया जा सके। 

कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण : 

• छोटी रसोई घर और कम लोगों के खाना बनाने के तौर पे : ( 800 – 1000 ) m³/h

• मध्यम रसोई के अनुसार : (1000 – 1200 ) m³/hr 

• बड़ी या ओपन किचन : (1200–1400) m³/h या जरुरत के अनुसार। 

साइज कैसे तय करें ;

1. पहले रसोई का साइज नापें – लंबाई × चौड़ाई से स्क्वायर फीट में रसोई का क्षेत्रफल निकालें।

2. खाना पकाने की आदतें देखें – अगर आप रोज़ाना तड़का, फ्राई या मसालेदार खाना बनाते हैं, तो ज्यादा सक्शन पावर वाली चिमनी लें।

3. रसोई में वेंटिलेशन कैसा है? – अगर खिड़कियाँ कम हैं, तो चिमनी की सक्शन पावर थोड़ी ज्यादा होनी चाहिए।

रसोई के आकार अनुसार चिमनी के सक्शन क्षमता का चयन : 

रसोई का आकार ( वर्ग फ़ीट )                     खाना बनाने की आदत                सक्शन क्षमता 

60 – 100 फ़ीट                                            हल्का भोजन                                600 – 800 m³/hr

100 – 200 फ़ीट                                          सामान्य लोगों का खाना                  800 – 1000 m³/hr

200 – जरुरत के अनुसार                               भारी खाना                                  1000 – 1400 m³/hr

कुछ जरुरी टिप्स :

• यदि रसोई में कम सक्शन पावर वाली चिमनी लेते हैं तो धुआं पूरी तरह नहीं हटेगा।

• ज्यादा सक्शन पावर वाली चिमनी तेज़ी से हवा साफ करती है, लेकिन ध्यान रखें कि शोर ज्यादा न हो।

• ऑटो-क्लीन फीचर वाली चिमनी लंबे समय तक अच्छा काम करती है।

3. भारतीय खाना पकाने की शैली का असर :

अक्सर हमारे भारतीय रसोई में पकवान बनाने का तरीका बहुत खास , अलग और मजबूत होता है, जिसमें  लोग मीट , मछली तड़का लगाना, डीप फ्राई करना, देर तक मसाले भूनना और ज्यादा पकाना। इन सभी तरीकों से रसोई में धुआं, तेल की भाप और गंध होती है और फैलती है। अगर चिमनी की सक्शन क्षमता कम हो, तो ये सब रसोई में ही रह जाते हैं और दीवारों, कैबिनेट्स और स्वच्छ सांस लेने वाली हवा को नुकसान होता है। लोग अच्छा और बेहतर टेस्ट पाने के लिए बहुत ज्यादा फ्राई के साथ ज्यादा देर तक पकवान बनाते रहते हैं। 

हमारे खाना पकाने की शैली के अनुसार चिमनी सक्शन पावर चयन : 

हल्के भोजन के लिए ( तलना , उबालना ) :  जिसमें कम धुंआ और तेल का इस्तेमाल होता है , ( 800 – 1000 ) m³/hr की सक्शन क्षमता होनी चाहिए। 

मीडियम प्रकार के मसालेदार खाना जिसमें (तड़का, हल्का फ्राई) : जहाँ थोड़ा ज्यादा धुआं और तेल मसाले की गंध होती है। ( 1000 – 1200 ) m³/hr की सक्शन क्षमता होनी चाहिए। 

जो लोग बहुत तेल-मसाले वाला खाना जिसमें (डीप फ्राई, भारी तड़का और मीठ – मछली ) : जिस रसोई घर में ज्यादा मात्रा में धुंआ और तेल मसाले का उपयोग होता है। काम से काम  ( 1200 – 1400 ) m³/hr की सक्शन क्षमता होनी चाहिए। 

रसोई में सही सक्शन क्षमता क्यों ज़रूरी है?

बेहतर साँस और स्वास्थ्य के लिए : खाना बनाने के समय निकले धुएं में मौजूद कण सांस लेने में दिक्कत और एलर्जी पैदा करते हैं।

रसोई की सफाई करना बहुत आसान होता है : खाना बनाने के उपरांत सही सक्शन दीवारों और कैबिनेट्स पर तेल की परत नहीं जमती।

सही रसोई के सक्शन पावर से गंध से राहत :  ( ज्यादा तड़का वाला भोजन पकाने से ) खाना पकाने के बाद रसोई में ताजगी बनी रहती है।

यदि रसोई में रोज़ाना बहुत ज्यादा तड़का और मसालेदार खाना बनता है, तो कम से कम 1000–1200 m³/hr की चिमनी लेना बहुत समझदारी होता है।

 4. डक्टेड और डक्टलेस चिमनी में अंतर :

रसोई के बेहतर वातावरण को बनाने के लिए लोग चिमनी का चयन करते है , जिसमें दो चिमनी डक्टेड और डक्टलेस चिमनियों का जिक्र किया गया है , जिनमें मुख्य अंतर यह है कि डक्टेड चिमनी रसोई के धुएं को पाइप के ज़रिए बाहर निकालती है, जबकि डक्टलेस चिमनी रसोई के धुंए और हवा को ही फिल्टर करके वापस रसोई में छोड़ देती है। 

डक्टेड vs डक्टलेस चिमनी के कुछ विशेष और आसान अंतर : 

      डक्टेड चिमनी                                                                      डक्टलेस चिमनी 

मोटर पर कम लोड पड़ता है, क्योंकि हवा को बाहर             मोटर को हवा को फ़िल्टर से खींचने और फिर 

निकलने का सीधा रास्ता (डक्ट) मिलता है।                         वापस धकेलने के लिए 

मोटर पर कम लोड के कारण यह ज्यादा टिकाऊ               मोटर पर अधिक लोड के कारण इसकी 

(Long-lasting) हो सकती है।                                          टिकाऊपन थोड़ी कम हो सकती है 

डक्ट पाइप को छुपाने के लिए अलग से काम                     डक्ट पाइप नहीं होता, इसलिए इंस्टॉलेशन 

करवाना पड़ सकता है,                                                  साफ़-सुथरा दिखता है 

चूषण क्षमता अधिक प्रभावी होती है, क्योंकि                      फ़िल्टर के कारण चूषण क्षमता कुछ कम हो 

यह सीधे हवा बाहर फेंकती है                                             जाती है         

भारतीय किचन के लिए कौन-सी चिमनी बेहतर है? : 

  डक्टेड चिमनी :

 इस चिमनी के अनुसार रसोई में पाइप लगाने की जगह होती है इस चिमनी के लगाने से रसोई में भारी मात्रा में खाना बनाने में जैसे ( ज्यादा तड़का और फ्राई वाला भोजन ) कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है, डक्टेड चिमनी दीर्घकालिक प्रदर्शन और सर्वोत्तम वायु गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। 

  डक्टलेस चिमनी :  

यदि रसोई में हल्का खाना कम लोगों का खाना बनाता  हैं या किराए के घर में रहते हो जहाँ पाइप लगाना मुश्किल है, तो यह काफी सुविधाजनक है। डक्टलेस चिमनी रसोई के आसान इंस्टॉलेशन के लिए जानी जाती है। 

5 . रसोई में मजबूत सक्शन क्षमता चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें :

रसोई के बेहतर वातावरण के लिए चिमनी की सक्शन क्षमता वह क्षमता होती है, जिसे हम रसोई से आसानी से धुंआ और गंध निकालती है, जिसे हम क्यूबिक मीटर प्रति घंटा (m³/hr) में मापते है। जिसको हम बड़ी रसोई , छोटी रसोई या खाना बनाने के अनुसार चयन करते हैं , और जो हमारे खाना बनाने के अनुभव को और बेहतर और आसान बनाती है –

: – नॉर्मल घरेलू रसोई के उपयोग के लिए 800–1200 m³/hr की चिमनी उपयुक्त होती है।

: –  यदि रसोई बड़ी है और ज्यादा तेल मसाले और तला खाना बनता है, तो उस रसोई घर के लिये 1200 – 1400 m³/hr या इससे भी अधिक सक्शन क्षमता वाली चिमनी लेना चाहिए। 

रसोई के अनुसार सक्शन क्षमता और आकार का चयन : 

रसोई का आकर ( वर्ग फ़ीट )                      खाना बनाने की आदत                  सक्शन क्षमता 

60 – 100 फ़ीट                                            हल्का भोजन                                600 – 800 m³/hr

100 – 200 फ़ीट                                          सामान्य लोगों का खाना                  800 – 1000 m³/hr

200 – जरुरत के अनुसार                               भारी खाना                                  1000 – 1400 m³/hr

रसोई में मजबूत सक्शन क्षमता चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें : 

1. रसोई का आकार : 

• छोटी रसोई के लिए  (700–1000 m³/hr) की चिमनी पर्याप्त होती है।

• मध्यम से बड़ी रसोई के लिए (1000–1500 m³/hr) की सक्शन क्षमता बेहतर रहती है।

2. खाना पकाने की शैली : 

• ज्यादा भारी  तड़का, डीप फ्राई या मसालेदार खाना बनाते हैं, तो ज्यादा सक्शन पावर वाली चिमनी लें।

• हल्का खाना पकाने वालों के लिए कम सक्शन भी कारगर हो सकती है।

3. चिमनी का प्रकार : 

चिमनी मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं – 

• डक्टेड चिमनी रसोई में ज्यादा सक्शन पावर देती है जिससे ज्यादा धुआं बाहर निकालती है।

• डक्टलेस चिमनी फिल्टर के ज़रिए हवा को साफ करती है, लेकिन डक्टेड चिमनी की अपेक्षा कम सक्शन होती है।

4. फिल्टर का प्रकार : 

• बाफल फिल्टर भारतीय रसोई के लिए सबसे उपयुक्त होता है क्योंकि यह तेल और मसाले को अच्छे से रोकता है।

• कार्बन फिल्टर डक्टलेस चिमनी में होता है, जिसे समय-समय पर बदलना पड़ता है।

5. शोर का स्तर : 

• ज्यादा सक्शन पावर का मतलब ज्यादा शोर जो हमारे लिए नुकसान दायक होता है। शांत तरीके से काम करने वाली चिमनी बेहतर होती है।

6. ऑटो-क्लीन फीचर : 

• ऑटो-क्लीन चिमनी में तेल और ग्रीस खुद-ब-खुद कलेक्टर ट्रे में इकठ्ठा हो जाता है, जिससे सफाई आसान होती है और परफॉर्मेंस बेहतर रहता है।

7. ब्रांड और वारंटी : 

• अच्छी कंपनी की चिमनी हमेशा लेना चाहिए जो लंबे समय तक चले और अच्छी सर्विस दे।

निष्कर्ष : ( Conclusion ) 

रसोई चिमनी का चयन करना रसोई के लिए बहुत जरुरी होता है , यह केवल एक उपकरण खरीदने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह रसोई घर के बेहतर  स्वास्थ्य और वायु गुणवत्ता में एक अच्छा निवेश है। आपके द्वारा दिए गए सभी बिंदुओं के विश्लेषण से यह स्पष्ट होता है कि सही सक्शन क्षमता चुनना रसोई के वातावरण को हमेशा स्वच्छ, गंध-मुक्त और आरामदायक बनाए रखने की कुंजी है। सक्शन क्षमता m³/hr वह मुख्य पैमाना होता है जो यह तय करता है कि हमारी  चिमनी भारतीय रसोई में उत्पन्न होने वाले भारी धुएं, तेल की भाप और तेज गंध को कितनी तेजी और प्रभावी ढंग से बाहर निकाल पाती है। एक अच्छी और मजबूत सक्शन क्षमता वाली चिमनी न केवल हमारे रसोई की दीवारों और कैबिनेट्स को तेल के दाग धब्बे से बचाती है, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह आपके परिवार को स्वच्छ और बेहतर साँस लेने योग्य हवा प्रदान करती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs ) :-

क्या भारतीय रसोई के लिए ऑटो-क्लीन चिमनी बेहतर साबित होती है? 

Answer : चिमनी में ऑटो – क्लीन वह फीचर होता है , जो किसी भी रसोई घर के लिए बेहतर साबित होता है। रसोई के लिए वरदान साबित होता है, जिससे रसोई ऑटोमैटिक साफ़ और गंध से मुक्त रहती है, जिसके कारण ऑटो – क्लीन चिमनी रसोई के लिए बहुत जरुरी होता है।

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