
परिचय :
साल के बदलने के साथ-साथ रसोई के लिए चिमनी मॉडल भी बदलते रहते हैं, इसी तरह 2025 में, भारतीय बाज़ार में बहुत सारे नये – नये शक्तिशाली चिमनी मॉडल आ चुके हैं जो न केवल हमारे रसोई से धुआँ और गंध को बाहर निकालती हैं, बल्कि रसोई को एक स्टाइलिश और प्रीमियम लुक भी देती हैं। लेकिन इतने सारे विकल्पों में से अपनी भारतीय रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में से किसी एक सबसे अच्छी और बेहतर चिमनी का चुनना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
रसोई में खाना बनाते समय अक्सर तेल और मसालों की तेज़ गंध और धुआँ रसोई में भर जाता है? और ये बात सच हैं। भारतीय रसोई अपनी स्वादिष्ट रंग बिरंगे पकवान और खुशबू के लिए जानी जाती है, लेकिन जब पकवान बनते हैं तो रसोई में धुआँ,ग्रीस दीवारों और कैबिनेट पर जम जाता है, जिससे सफाई एक बड़ी परेशानी बन जाती है। जिसका समाधान करने के लिए एक अच्छी किचन चिमनी काम आती है।
इस लेख में, रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियोंमें से किसी एक चिमनी के चयन करने के बारे में बताएँगे, जो रसोई को विशेष रूप से भारतीय खाना पकाने की जरूरतों को ध्यान में रखकर चुनी गई हैं। जिनमें उनकी सक्शन पावर, ऑटो-क्लीन तकनीक, डिज़ाइन और कीमत जैसे सभी महत्वपूर्ण बातों पर बात करेंगे। ताकि आप अपनी रसोई के लिए एक अच्छा और सबसे सही फैसला ले सकें। जो 5 बेस्ट किचन चिमनियों में से एक हैं।
Table of Contents
Toggle1. 2025 में रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में सर्वश्रेष्ठ कैसे चुनें? :

2025 में अपनी रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी चुनना एक महत्वपूर्ण फैसला है, क्योंकि एक अच्छी चिमनी ही रसोई को साफ और धुआँ-मुक्त रखने में मदद करती है। इस लेख में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिनको अपना कर एक बेहतरीन चिमनी खरीदने से पहले जरूर ध्यान देना चाहिए।
1. सक्शन पावर (Suction Power) :
सक्शन पॉवर चिमनी का सबसे ज़रूरी और महत्वपूर्ण फ़ीचर है। जब भी हमारे रसोई में ज़्यादा तेल और मसाले इस्तेमाल होते हैं, जिसके वजह से बहुत धुआँ और ग्रीस बनता है, और रसोई की दीवारों में जम जाता। जिसको अच्छी तरह से साफ करने के लिए आपको रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में एक दमदार सक्शन पावर वाली चिमनी की जरूरत होती है।
मध्यम से बड़े परिवार यानि (4-6 लोग): 1200-1500 m³/hr की सक्शन पावर वाली चिमनी सबसे अच्छी और बेहतर रहती है।
छोटे परिवार यानि (2-3 लोग): 1000 से 1200m³/hr की सक्शन पावर की चिमनी अच्छी मानी जाती है।
2. फ़िल्टर का प्रकार :
चिमनी में लगा फिल्टर यह तय करता है कि वह रसोई को कितनी अच्छी तरह साफ रखेगा। साफ सफाई करना या उसे खुद साफ करना कितना आसान होगा।
फ़िल्टरलेस (Filterless): यह सबसे आधुनिक तकनीक है। इसमें कोई फ़िल्टर नहीं होता, बल्कि एक मोटर होती है जो धुएँ को बाहर खींचती है। इसमें एक तेल कलेक्टर कप होता है, जिसे आपको समय-समय पर साफ करना होता है। यह रखरखाव के मामले में सबसे आसान है।
बैफल फ़िल्टर (Baffle Filter): बैफल फ़िल्टर वह फ़िल्टर है, जो भारतीय रसोई के खाना बनाने के नियम के अनुसार सबसे उपयुक्त माना जाता है। जिसमें तेल और मसालों के कण बहुत आसानी से फंस जाते हैं। इसे निकालना और धोना भी आसान रहता है।
3. ऑटो-क्लीन फ़ंक्शन :
रसोई में अगर चिमनी की बार-बार की सफाई से बचना चाहते हैं, तो अपने बेहतर सफाई के लिए ऑटो-क्लीन फ़ंक्शन वाली चिमनी चुनें। ऑटो – क्लीन फंक्शन में हीटिंग एलिमेंट की मदद से तेल और ग्रीस को पिघलाकर एक कप या ट्रे में जमा कर देता है, जिसको बस खाली करके गर्म पानी से धोना होता है। ऐसा करने से चिमनी की सफाई साथ – साथ चिमनी की लाइफ भी बढ़ जाती है।
4. आकार और प्रकार (Size & Type) :
एक अच्छी और बेहतर चिमनी का आकार हमारे कुकटॉप के आकार से जरूर मेल खाना चाहिए ताकि चिमनी हमारे रसोई से धुंए को पूरी तरह से बाहर निकाल सके और हमारे रसोई को स्वच्छ व साफ़ रखे।
- वाल-माउंटेड (Wall-Mounted): ये चिमनी सभी चिमनियों से सबसे आम और इजी इंस्टॉलेशन प्रकार की चिमनी हैं, जो दीवार पर लगाई जाती हैं।
- आइलैंड (Island): आइलैंड चिमनी उस रसोई के लिए उपयुक्त होती है, जिस रसोई का कुकटॉप बीच में होता है।
- बिल्ट-इन (Built-in): बिल्ट – इन चिमनी वह चिमनी जो रसोई में लगे कैबिनेट के अंदर ही फिट हो जाती हैं, जिससे रसोई के अंदर एक चिकना साफ और नया लुक मिलता है।
5. शोर का स्तर (Noise Level) :
एक अच्छी और बेहतर क्वालिटी की चिमनी ज़्यादा शोर नहीं करती। ज़्यादा शोर करने वाली चिमनी हमारे रसोई में खाना बनाते समय यह परेशान कर सकती है। आमतौर पर 58 से 60 dB (डेसिबल) से कम शोर वाली चिमनी को अच्छा माना जाता है।
6. ब्रांड और बजट :
एक अच्छा और बजट फ्रेंडली चिमनी ब्रांड रसोई के लिए बहुत जरुरी है। रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में बाजार में हमारे रसोई के लिए ऐसे कई अच्छे ब्रांड्स मौजूद हैं, जो हमारे रसोई के लिए बेस्ट माने हैं,जैसे Elica, Faber, Hindware, और Glen।हमेशा अपनी रसोई के लिए एक विश्वसनीय ब्रांड चुनें जो अच्छी वारंटी और सर्विस प्रदान करे। साथ ही, अपनी ज़रूरतों के हिसाब से बजट तय करें। याद रखें, एक अच्छी चिमनी वह निवेश है, जो हमारे रसोई को लंबे समय तक साफ और स्वच्छ रखती है ।
2. भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी कौन सी है?
रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में सर्वश्रेष्ठ भारतीय रसोई के लिए वह चिमनी सबसे अच्छी और बेहतर चिमनी है जो हमारे रसोई में खाना पकाने के दौरान रसोई में होने वाले तेल , मसाले की गंध को आसानी से निकाल सके, और रसोई को स्वच्छ और धुंआ मुक्त रख सके , रसोई से निकलने वाले ज़्यादा तेल, मसाले और धुएँ की गंध को अच्छी तरह से साफ़ और स्वच्छ रख सके। इसके लिए कुछ खास बातों पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है।
भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी की विशेषताएँ क्या होनी चाहिए :
जब हम भारतीय लोग अपने रसोई में खाना बनाते हैं, तो अक्सर रसोई से बहुत सारा धुआँ और तेल हवा में फैल जाता है। जिससे रसोई में गंध और चिपचिपापन दोनों होता है। ऐसे में रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में सर्वश्रेष्ठ अच्छी और मजबूत सक्शन पॉवर वाली चिमनी बहुत काम आती है।
• एक अच्छे और बेहतर वातावरण के लिए रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में सर्वश्रेष्ठ ऐसी चिमनी चुननी चाहिए जो हवा को तेज़ी से खींच सके।
• चिमनी जो धुंआ , ग्रीस खींचने की ताकत को सक्शन पावर कहते हैं।
• चिमनी की सक्शन पावर 1200 से 1500 m³/hr या उससे भी अधिक होती है, तो वह रसोई से धुआँ और गंध को जल्दी बाहर निकाल देती है।
• एक अच्छी और बेहतर चिमनी से रसोई साफ स्वच्छ और ताजी बनी रहती है, जिसके वजह से दीवारों पर तेल और ग्रीस नहीं जमती।
3. ऑटो-क्लीन बनाम मैन्युअल क्लीन: 2025 में कौन सी चिमनी बेहतर है?
ऑटो-क्लीन चिमनी के फायदे (खुद-ब-खुद साफ होने वाली चिमनी) :
आसान और सुविधाजनक साफ-सफाई : ऑटो – क्लीन चिमनी में एक बटन होता है, जिसे दबाते ही चिमनी खुद ही अंदर जमा धुआं, तेल और चिकनाई को हीट एलिमेंट के माध्यम से साफ कर देती है। जिससे सफाई आसान और सुविधाजनक हो जाती है।
• समय की बचत: अन्य चिमनी के मुकाबले इस चिमनी को बार-बार खोलकर धोने की या साफ़ करने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे कार्य और समय दोनों बचता है।
• अच्छा काम करती है: स्वच्छ और साफ – सुथरा रहने से चिमनी की ताकत बनी रहती है जिससे हवा और धुआं दोनों जल्दी बाहर निकलता है।
• चिमनी की सफाई और कम मेहनत: जब भी हम रसोई में खाना बनाते हैं, उसके बाद चिमनी साफ करने में ज्यादा झंझट नहीं होता।जिसके वजह से चिमनी की सफाई और कम मेहनत दोनों में कम समय लगता है।
• ज्यादा टिकाऊ : ऑटो – क्लीन चिमनी के पार्ट्स जैसे मोटर और फिल्टर लंबे समय तक चलने के साथ – साथ टिकाऊ भी होते हैं।
मैन्युअल क्लीन चिमनी के पहलू (हाथ से साफ करने वाली चिमनी) :
सस्ती होती है : अन्य चिमनी के मुकाबले मैन्युअल चिमनी की कीमत कम होती है, इसलिए कम बजट में आसानी से मिल जाती है।
• खुद करनी पड़ती है सफाई : मैन्युअल चिमनी में अन्य चिमनी के फंक्शन को देखते हुए इसे खुद फिल्टर और अंदर की सफाई करनी होती है, जिसमें थोड़ा मेहनत और झंझट वाला काम रहता है।
• सिंपल और साधारण मॉडल: मैन्युअल चिमनी में स्मार्ट फीचर्स जैसे टच स्क्रीन या ऑटो कंट्रोल नहीं होते।
2025 में चिमनी के लिए सलाह :
मॉड्यूलर रसोई के हिसाब से यदि आप भी चाहते हैं कि चिमनी खुद साफ हो जाए, साथ ही समय बचे और रसोई से धुआं जल्दी और साधारण से निकल जाए_______तो ऑटो-क्लीन चिमनी रसोई के लिए लेना एक समझदारी भरा फैसला रहेगा।
4. फ़िल्टर के प्रकार: बैफल, कार्बन और मेष फ़िल्टर में क्या अंतर है?
बैफल, कार्बन, और मेष—का फर्क आसान भाषा में समझते हैं जिससे रसोई के लिए सही चिमनी चुन सकें:
बैफल फ़िल्टर के फायदे (Benefits of Baffle Filter) :

कैसे काम करता है: बैफल फ़िल्टर में स्टील की प्लेटें लगी होती हैं जो चिमनी में लगे फ़िल्टर में हवा को मोड़ती हैं, जिससे तेल और ग्रीस अलग होकर नीचे जमा हो जाते हैं।
• किसके लिए अच्छा है: जिस रसोई में भारतीय खाना या ज्यादा मसालेदार ,ज़्यादा तेल और धुआं निकलता है।उस रसोई के लिए बैफल फ़िल्टर बहुत अच्छी व्यवस्था होती है।
• फायदे:
• बैफल फ़िल्टर में रसोई और चिमनी की सफाई कम करनी पड़ती है
• सफाई और अच्छे मेंटेनेंस की वजह से लंबे समय तक चलती है• काम करने की क्षमता बेहतर रहती है।
कार्बन फ़िल्टर के फायदे ( Benefits of Carbon Filter) :

कैसे काम करता है: इस चिमनी में activated carbon होता है, जो धुएं की गंध और छोटे-छोटे कणों को सोख लेता है।
• किसके लिए अच्छा है : जिस रसोई में हवा का आवागमन बाहर नहीं होता है , उस रसोई में ये हवा को साफ रखने में मदद करता है।
• फायदे:
• कार्बन फ़िल्टर रसोई से गंध को कम करता है
• कार्बन फ़िल्टर रसोई से हल्के धुएं वाले किचन के लिए बेहतर उपयोगी मानी जाती है।
• कार्बन फ़िल्टर सफाई सही से न होने के वजह से समय-समय पर बदलना पड़ता है
मेष फ़िल्टर के फायदे (Benefits of Mesh Filter) :
कैसे काम करता है: मेष फ़िल्टर में जाली लगी होती है जो रसोई में बहने वाले तेल और ग्रीस को रोकती है, जिसके वजह से जल्दी जाम हो जाती है।
• किसके लिए अच्छा है: जिस रसोई घर में हल्का भोजन और कम लोगों का खाना बनता है। फायदे:
• मेष फ़िल्टर चिमनी अन्य चिमनी से सस्ती होता है
• बार-बार साफ करना पड़ता है
• हल्के प्राइस और मेष फ़िल्टर की वजह से सफाई में बहुत असर दिखाई देता है।
सभी चिमनियों के नतीजा क्या निकलेगा?
रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में सर्वश्रेष्ठ रसोई के लिए ज्यादा अच्छा परफॉरमेंस और ज़्यादा शक्तिशाली वाली चिमनी चाहते हैं तो और जिसमें ज्यादा तेल और मसाले वाला खाना बनाते हैं, तो बैफल फ़िल्टर चिमनी सबसे बेस्ट रहेगी।
रसोई की गंध से परेशान है और चिमनी बाहर हवा नहीं निकलती, तो कार्बन फ़िल्टर मददगार है।
अगर बजट कम है और खाना हल्का बनता है, तो मेष फ़िल्टर चिमनी भी बेहतर विकल्प है।
5. अपनी रसोई के लिए सही आकार की चिमनी कैसे चुनें?
अपनी रसोई के लिए सही आकार की चिमनी चुनना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि अगर चिमनी का आकार सही नहीं होगा, तो वह ठीक से काम नहीं कर पाएगी। यहाँ कुछ आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप अपनी रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में सर्वश्रेष्ठ और सही आकार की चिमनी चुन सकते हैं।
1. कुकटॉप के आकार को मापें :
जब भी रसोई के लिए चिमनी खरीदें हमेशा चिमनी का आकार कुकटॉप (gas stove) के आकार से मेल खाना चाहिए या उससे थोड़ा बड़ा होना चाहिए। ऐसा इसलिए बहुत जरुरी है ताकि चिमनी खाना पकाने के दौरान निकलने वाले सारे धुएँ और ग्रीस को पूरी तरह से कवर कर सके और उसे बाहर भी निकाल सके।
- 2-3 बर्नर वाले कुकटॉप: इसके लिए 60 सेमी (600 मिमी) की चिमनी सबसे सही और कुशल रहेगी। चिमनी का ये साइज भारतीय घरों में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला आकार है।
- 3-5 बर्नर वाले कुकटॉप: 3 से 5 बर्नर के लिए 90 सेमी (900 मिमी) की चिमनी चुननी चाहिए। जो बड़ी रसोई और बड़े परिवार के लिए उपयुक्त है।
2. चिमनी और कुकटॉप के बीच की दूरी :
चिमनी और कुकटॉप को एक निश्चित दूरी पर लगाना चाहिए, जिससे चिमनी सबसे ज़्यादा असरदार तरीके से काम कर सके।
इसलिए चिमनी को न ज़्यादा ऊपर लगाना चाहिए, न ज़्यादा नीचे—बस बीच में सही जगह पर लगाना सबसे अच्छा होता है।
एक सही और आदर्श दूरी : चिमनी और गैस चूल्हे के बीच की दूरी लगभग 60 से 75 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
अगर चिमनी बहुत ऊपर लगी होगी, तो वह ठीक से धुआं नहीं खींच पाएगी।
किसी कारण वश अगर चिमनी बहुत नीचे होगी, तो सिर टकरा सकता है या गर्मी से जलने का खतरा हो सकता है।
3. रसोई का आकार :
रसोई का आकार भी चिमनी के चयन करने में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाता है –
बड़ी रसोई: बड़ी रसोई वह रसोई जिसमें ज्यादा लोगों का खाना और ज़्यादा सक्शन पावर वाली 90 सेमी की चिमनी बहुत ज़रूरी है, जो हवा को तेज़ी से साफ़ कर सके।
छोटी रसोई: नार्मल और छोटी रसोई के लिए एक शक्तिशाली 60 सेमी की चिमनी पर्याप्त मानी जाती है।
निष्कर्ष (Conclusion) :
हमने इस लेख में देखा कि, रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में एक सही किचन चिमनी का चयन करना हमारे रसोई के लिए बहुत जरुरी है जिससे रसोई को साफ, स्वस्थ और आज के मॉड्यूलर रसोई के हिसाब से नया बनाए रखने के लिए एक समझदारी भरा निवेश है। हमारे भारतीय पकवान बनाने और पकाने की विशेष प्रकार की ज़रूरतों को देखते हुए रसोई के लिए चिमनी चुनना बहुत जरुरी है , रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में एक सही चिमनी चुनते समय विभिन्न बिंदुओं पर ध्यान देना बहुत जरुरी और महत्वपूर्ण है।
रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में एक दमदार चिमनी जो रसोई से धुंए और ग्रीस को सही तरीके से निकालने के लिए सबसे पहले, चिमनी में एक मजबूत सक्शन पावर सबसे महत्वपूर्ण है। 1200 से 1500+ m³/hr की सक्शन पावर वाली चिमनी भारतीय रसोई के लिए एक आदर्श चिमनी मानी जाती है।
चिमनी के बेहतर सफाई के लिए ऑटो-क्लीन तकनीक और बैफल फ़िल्टर दोनों का समावेश सबसे बेहतर है, क्योंकि यह रखरखाव की परेशानी को खत्म करता है और चिमनी को लंबे समय तक प्रभावी और शक्तिशाली बनाए रखता है। हालाँकि, यदि आपका बजट कम है, तो मैन्युअल क्लीन चिमनी भी एक अच्छा विकल्प हो सकती है।
रसोई के लिए 5 बेस्ट किचन चिमनियों में इन सब फीचर के बावजूद, चिमनी का सही आकार (60 सेमी या 90 सेमी) और आपके कुकटॉप के साथ उसकी सही दूरी सुनिश्चित करना उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

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