भारतीय रसोई… आह, ये सिर्फ़ एक नाम नहीं, बल्कि एक युद्ध के मैदान की भावना है! जहाँ मेहमानों के आने के बाद रसोई घर में जाकर अनेक पकवानों के बनाने के लिए युद्ध करना पड़ता है ,ये वो जगह है जहाँ सिर्फ़ दाल-चावल नहीं पकते, बल्कि ढेर सारी कहानियाँ, हँसी-मज़ाक और कभी-कभी थोड़े बहुत ड्रामे भी पकते हैं। जैसे – चाय , पकोड़े , कुछ चाइनीज आइटम या फिर ढेर सारे पकवान जो तेल , मसाले से रसोई के शुद्ध वातावरण को अशुद्ध कर देते हैं –

भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी क्यों है जरुरी ?
चिमनी हमारे रसोई का हीरो होता है क्यूंकि ये रसोई का वह हीरो है, जो खाना बनने के दौरान निकलने वाले धुंआ , तेल , मसाले के जलने की गंध बहुत आसानी और सरलता से निकाल फेंकता है , ऐसे में जब भारतीय खाना बनाने की बात हो तो वहां यह धुआँ न सिर्फ़ आँखों में जलन पैदा करता है, बल्कि पूरे घर में फैलकर फर्नीचर और दीवारों पर भी जम जाता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए हमारी भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी जो धुएँ और गंध को रसोई से बाहर खींच फेंकती है, जिससे हमारा रसोई और घर दोनों साफ़ और ताज़े रहते हैं।
इस वजह से चिमनी न सिर्फ एक आवश्यकता ही नहीं बल्कि भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी के रूप में एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूकी है , जिसके वजह से हमारे भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी खरीदना बहुत जरुरी हो गया है।
सही चिमनी कैसे चुनें: मुख्य बातें
सही चिमनी को चुनना और उसे इस्तेमाल करना सभी का सपना है , जिसके कारण रसोई में खाना बनाते समय धुंआ , तेल मसाले की गंध आसान और सरल तरीके से बाहर निकाल सके ,
यहाँ कुछ चिमनी के प्रकार दिए गए हैं। जो “भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी” होती हैं , जिनके आधार पर आप चिमनी का चयन कर सकते हैं –
1. चिमनी के प्रकार (Types of Chimneys):
चिमनी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं
- डक्टेड चिमनी ( Ducted Chimney )
- डक्टलेस चिमनी ( Ductless Chimney )
डक्टेड चिमनी कैसे काम करती है:
ये चिमनी बहुत ही स्मार्ट और स्टाइलिश होती है जो धुएँ और तेल के कणों को खींचता है और एक डक्ट (पाइप) के ज़रिए किचन से बाहर निकाल देता है। इसमें फिल्टर भी होते हैं जो तेल और ग्रीस के कण को पकड़ते हैं।
डक्टेड चिमनी के फायदे:
यह चिमनी रसोई घर में खाना बनाने के दौरान निकलने वाले धुंए और गंध को बहुत ही प्रभावी ढंग से बाहर निकालती है। इस चिमनी में लगे फिल्टर को बार-बार निकालने या बार – बार साफ करने की ज़रूरत नहीं पड़ती क्योंकि ये हवा को बाहर निकालती है। जो “भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी” होती हैं :
नुकसान:
इसे स्थापित करने के लिए दीवार में तोड़ फोड़ करके छेद करवाना पड़ता है और पाइपलाइन की ज़रूरत होती है।जिसके वजह से इस चिमनी की स्थापना थोड़ी जटिल (कठिन ) होती है।
डक्टलेस चिमनी कैसे काम करती है :
ये चिमनी बहुत ही स्टाइलिश होती है इस चिमनी में खास बात ये है कि इसमें डक्ट ( duct ) नहीं होता। यह धुएँ और तेल को बहुत ही आसानी से खींचती है, तब उन्हें कार्बन फिल्टर और ग्रीस फिल्टर से साफ करती है, और फिर साफ की हुई हवा को वापस किचन में छोड़ देती है।
डक्टलेस चिमनी के फायदे:
इसे स्थापित (Setup ) करना बहुत ही आसान होता है क्योंकि इसमें डक्ट की ज़रूरत नहीं होती। यह उन घरों के लिए अच्छी है जहाँ डक्टिंग संभव नहीं है।
नुकसान:
यह डक्टेड चिमनी जैसी प्रभावशाली नहीं होती है क्योंकि ये चिमनी हवा को बाहर निकालती नहीं है , बस साफ करके वापस फिर छोड़ देती है। जिसके वजह से इसके कार्बन फिल्टर को नियमित रूप से बदलना पड़ता है (हर 3-6 महीने में, इस्तेमाल के आधार पर), जो थोड़ा महंगी भी पड़ती है।
सक्शन पावर और फ़िल्टर: क्या है ज़रूरी?
चिमनी के लिए सक्शन पावर और फ़िल्टर बहुत जरुरी हैं , यूँ मानो कि एक दूसरे के बिना अधूरे हैं , लेकिन दोनों का काम अलग – अलग होता है ,और दोनों मिलकर ही चिमनी को प्रभावी और सुन्दर बनाते हैं। आइए समझते हैं कि “भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी” में कौन कितना ज़रूरी है:
सक्शन पावर (Suction Power) :
सक्शन पावर का मतलब है किसी भी चीज की क्षमता यानि कि चिमनी में कितनी तेज़ी से हवा, धुआं, तेल और गंध को खींचकर बाहर निकालने की क्षमता है। जिसे क्यूबिक मीटर प्रति घंटा या (m³/hr) में मापा जाता है।
नार्मल सी बात है कि चिमनी जितनी ज़्यादा सक्शन पावर की होगी, चिमनी उतनी ही तेज़ी से और प्रभावी ढंग से खाना पकाने के दौरान निकलने वाले धुएं, तेल की भाप और तेज़ गंध (जैसे हमारे भारतीय मसालों की) को बहुत ही सरलता से खींच पाए।
हमारे “ भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी “ में सक्शन पॉवर-
क्यों है जरुरी –
धुंआ और गंध हटाने के लिए , किचन को साफ रखने के लिए , ताज़ी हवा जो आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए बेहतर वातावरण बनाती है।
अगर आप सच में भारतीय खाना बनाने के शौकीन हैं जिसमें तेल, मसाले और तड़के भरे दाल का इस्तेमाल होता है, तो आपको उच्च सक्शन पावर वाली चिमनी चुननी चाहिए। सामान्य भारतीय रसोई के लिए 800-1200 m³/hr तक की सक्शन पावर वाली अच्छी और बेहतर मानी जाती है।
फ़िल्टर क्या है (What is Filters) :
आप यूँ कह सकते हैं , कि फ़िल्टर चिमनी का वह भाग है जो खाना बनाने के दौरान उत्पन्न धुंआ , हवा में से तेल के कणों, ग्रीस और अन्य अशुद्धियों को फँसाता है। या फ़िल्टर करके हवा को साफ रखने और किचन के वातावरण को शुद्ध और बेहतर बनाने में मदद करता है।
क्यों है ज़रूरी :
तेल और ग्रीस को रोकना, हवा को शुद्ध एवं साफ करना, चिमनी की कार्यक्षमता बनाए रखना इस लिए फ़िल्टर चिमनी के लिए बहुत ही जरुरी और आवश्यक होता है
फीचर्स जो आपकी रसोई को स्मार्ट बनाएं :
स्मार्ट फीचर वाली चिमनी स्मार्ट दुनिया के साथ – साथ स्मार्ट किचन के लिए एक न्यू क्रांति ला रही है , यह न सिर्फ हमारे भोजन बनाने को आसान और तेज़ बनाती हैं, बल्कि यह भारतीय रसोई के लिए सबसे अच्छी चिमनी के साथ – साथ हमारे समय और ऊर्जा की भी बचत करती हैं।
यहाँ कुछ फीचर दिए गए हैं जो चिमनी को स्मार्ट बनाते हैं –
स्मार्ट ऑटो-क्लीन फीचर :
स्मार्ट ऑटो-क्लीन फीचर एक ऐसा फीचर है जिसका मतलब है कि चिमनी खुद-ब-खुद ( बटन दबाने पर) अपने अंदर जमा हुए तेल और ग्रीस को साफ कर सकती है, स्मार्ट ऑटो क्लीन फीचर बिना हमारे हाथ लगाए मैन्युअल रूप से फिल्टर हटाने या स्क्रब करने की ज़रूरत पड़े बिना सफाई करती है । ये फीचर अन्य चिमनियों के मुकाबले में रखरखाव को बहुत आसान बना देता है।
मोबाइल ऐप कंट्रोल:
हम अपने स्मार्टफोन मोबाइल में एप्प के माध्यम से स्मार्ट ओवन, चिमनी, कॉफी मेकर जैसे अन्य उपकरणों को कंट्रोल कर सकते हैं
उदाहरण के लिए, आप ऑफिस से अचानक निकलते हैं और उस समय हम ओवन को नार्मल -हीट पर मोबाइल एप्प्स के माध्यम से कर सकते हैं या घर पहुंचने से पहले कॉफी को आर्डर देकर बना सकते हैं।
स्मार्ट चिमनी फीचर (Smart Chimney feature ) :
इस फीचर में मोशन सेंसर होते हैं जो हमारे हाथ के इशारे से चालू/बंद या स्पीड कंट्रोल कर सकते हैं। ऑटो-क्लीन फ़ंक्शन तेल को एक अलग ट्रे में इकट्ठा करके सफाई को आसान और स्मार्ट बनाता है। कुछ ऐसी स्मार्ट चिमनियां हैं जो हमारे मोबाइल से भी कंट्रोल की जा सकती हैं।
चिमनी का डिज़ाइन और आपकी रसोई
चिमनी के डिज़ाइन से रसोई घर का इंटीरियर करना या करवाना बहुत ही जरुरी होता है , ताकि जिसके वजह से हमारी रसोई घर सुन्दर और व्यवस्थित दिखे, सही मैचिंग से पूरी रसोई घर का लुक और भी बेहतर फील होता है ।
चिमनी के डिज़ाइन और रसोई के इंटीरियर बनावट के हिसाब से क्या चुनना बेहतर है और क्या चुन सकते हैं:
चिमनी के मुख्य डिज़ाइन प्रकार (Main Chimney Design Types) :
भारतीय रसोई के हिसाब से चिमनी कई डिज़ाइन और स्टाइल में आती है –
वॉल-माउंटेड चिमनी (Wall-Mounted Chimney):
यह मॉडल बहुत अच्छा और नॉर्मल दिखता है ,इस चिमनी मॉडल को दीवार से लटकाया जाता है जो स्टोव के ठीक ऊपर होती है । ये पिरामिड, वर्टिकल (सीधी) या कर्व्ड ग्लास (घुमावदार कांच) डिज़ाइन में आती हैं।
मैचिंग: वाल – माउंटेड चिमनी मॉडल सभी तरह के रसोई में फिट हो जाती है , यदि रसोई का लुक पुराना या नया मॉडुलर के जैसा है तो ये दोनों तरह के लिए बेहतर विकल्प है , यदि हो सके तो वर्टिकल और कर्व्ड ग्लास वाली चिमनी आधुनिक रसोई के लिए अच्छा लुक प्रदान करती हैं।
आइलैंड चिमनी (Island Chimney):
यह चिमनी मॉडल उन रसोई के लिए अच्छा विकल्प है , जिसका कुकटॉप रसोई के बीच में बने ‘आइलैंड’ काउंटर पर होता है , यह चिमनी छत से लटकती है। ये चिमनी 360 डिग्री तक रसोई से हवा की सफाई प्रदान करती है,
मैचिंग: आइलैंड चिमनी दीवार पर लगी चिमनियों की अपेक्षा में बड़ी और आकर्षक लुक के साथ बहुत अलग होती हैं , ये चिमनी एक बोल्ड स्टेटमेंट होती हैं और आज की नई लुक , खुली-डिज़ाइन (open-design ) वाली रसोई के लिए एकदम सही और बेस्ट होती हैं।
कॉर्नर चिमनी (Corner Chimney):
ये चिमनी जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है कि दो दीवारों के बीच जो किनारा होता है उन कुकटॉप के लिए डिज़ाइन की जाती है जो हमारे शॉर्ट किचन के लिए जगह बचाती है और बहुत अच्छी साबित होती है।
मैचिंग: यह एक विशेष प्रकार से डिज़ाइन की हुयी चिमनी है जो रसोई के कोने वाले लेआउट वाली रसोई के लिए उपयुक्त है।
चिमनी का सही चुनाव सिर्फ कार्यात्मकता के लिए ही नहीं है बल्कि रसोई घर को साफ़ – सुन्दर एक नया लुक और रसोई के मौजूदा स्टाइल को ध्यान में रखते हुए सबसे अच्छा मेल खाने वाला डिज़ाइन चुनें!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs): आपके सभी जवाब :
Q. घर के लिए सबसे अच्छी चिमनी कौन सी है?
ANS . सबसे अच्छी चिमनी कौन सी है ये चयन करना आपके कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे कि आपकी खाना पकाने की आदतें (कितना तला हुआ या मसालेदार खाना बनता है), आपकी रसोई का आकार, आपका बजट, और आपको चिमनी में कौन से फीचर्स चाहिए। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो अपने घर के लिए सबसे अच्छी और उपयुक्त चिमनी चुन पाएंगे जो आपकी रसोई को स्वच्छ और स्वस्थ रखेगी।
Q . 60cm और 90cm चिमनी में क्या अंतर है?
ANS . 60 सेमी और 90 सेमी चिमनी के बीच का अंतर चुनाव करना हमारे कुकटॉप और किचन के लम्बाई और चौड़ाई के आकार पर निर्भर करता है। वैसे तो 60 सेमी चिमनी छोटे किचन सेटअप के लिए आदर्श होती है, जबकि 90 सेमी वाली चिमनी तीन या उससे ज्यादा बर्नर वाले बड़े स्टोव के लिए अधिक उपयुक्त होती है।

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